
कर्नाटक के बेंगुलरू में एक 43 वर्षीय व्यक्ति ने बीच रास्ते में चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद रास्ते से गुजर रहे लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी पति को लंबे समय से अपनी पत्नी की निष्ठा पर संदेह था। उसका मानना था कि उसकी पत्नी का किसी दूसरे व्यक्ति के साथ अफेयर है। इसी वजह से दोनों चार साल से अलग भी रहे थे, लेकिन आरोपी का गुस्सा नहीं शांत हुआ और उसने अपनी पत्नी की हत्या कर बच्चों को अनाथ कर दिया।
घटना शुक्रवार रात की है। इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी के चिक्कथोगुरु में आरोपी पति ने लोगों से भरी सड़क पर अपनी पत्नी को चाकू मार दिया। इस हमले के बाद बागेपल्ली के रहने वाले आरोपी कृष्णप्पा उर्फ कृष्णा को राहगीरों ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। हालांकि, हमले में शारदा की जान चली गई। शारदा लोगों के घरों में काम करके अपना जीवन यापन करती थी।
गर्दन पर मारे चाकू
यह घटना रात 8 बजे हुई, जब शारदा काम से घर लौट रही थी। कृष्णप्पा ने पहले ही हमले की पूरी तैयारी कर ली थी और दो नए चाकू लेकर मौके पर पहुंचा था। उसे शारदा के घर लौटने का समय पता था। इसी वजह से वह दो चाकुओं के साथ इंतजार कर रहा था। घर लौट रही शारदा जैसे ही उसके पास पहुंची, आरोपी ने मृतक की गर्दन पर बार-बार चाकू घोंप दिए। इसके बाद उसने भागने की कोशिश की। हालांकि, राहगीरों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
17 साल पहले हुई थी शादी
कृष्णप्पा दिहाड़ी मजदूर था, जबकि शारदा लोगों के घरों में बाई का काम करती थी। दोनों की शादी को 17 साल हो गए थे और उनके दो बच्चे थे। एक 15 वर्षीय बेटा और एक 12 वर्षीय बेटी। पुलिस के अनुसार, कृष्णप्पा अपनी पत्नी पर लगातार अवैध संबंध रखने का आरोप लगाता था। इस वजह से यह जोड़ा पिछले चार सालों से अलग रह रहा था। उनका बेटा बागेपल्ली में कृष्णप्पा के साथ रहता था, जबकि उनकी बेटी शारदा के साथ रहती थी।
प्लान बनाकर आया था कृष्णप्पा
एक अधिकारी ने बताया, “कृष्णप्पा ने बागेपल्ली से दो चाकू लेकर यात्रा की थी और उसने हमले की सावधानीपूर्वक योजना बनाई थी।” “वह महिला के काम के शेड्यूल से वाकिफ था और रात 8 बजे जब वह घर जा रही थी, तो उसने उसे निशाना बनाया, जिसमें शारदा की मौके पर ही मौत हो गई।”