UIDAI ने लॉन्च किया Aadhaar FaceRD App, जिससे होटल, दुकान और कई सेवाओं में अब बस चेहरा दिखाकर ही होगी पहचान! डेटा चोरी और फर्जीवाड़ा होगा बंद – जानिए ये नया सिस्टम कैसे करेगा आपकी जिंदगी आसान।

आधार ऐप की नई सुविधा के चलते अब होटल और दुकानों में चेक-इन या सेवा प्राप्त करने के लिए लोगों को अपनी आधार कार्ड की फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। UIDAI यानी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आधार डेटा की सुरक्षा और नागरिकों की गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए इस सुविधा को लागू किया है। नया आधार ऐप अब चेहरे से पहचान यानी फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा करेगा।
डिजिटल इंडिया के विजन को मिल रही ताकत
सरकार का डिजिटल इंडिया मिशन आम नागरिकों को सुविधाजनक और सुरक्षित डिजिटल सेवाएं देने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। इसी कड़ी में UIDAI द्वारा पेश किया गया नया Aadhaar FaceRD App एक बड़ा कदम है। इस ऐप के जरिए अब यूज़र को बार-बार आधार कार्ड की कॉपी देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिससे डेटा लीक और फर्जीवाड़े की संभावना कम होगी।
फेस ऑथेंटिकेशन से कैसे होगा काम
नए ऐप के जरिए जब कोई यूज़र होटल, दुकान या किसी अन्य सेवा में आधार से जुड़ी पहचान करवाना चाहेगा, तो उसका वेरिफिकेशन चेहरे की पहचान से होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और रियल-टाइम में होगी। UIDAI के अनुसार, ऐप में रजिस्टर्ड यूज़र का फेस डिटेक्शन किया जाएगा और उसके आधार डेटा से मिलान कर वेरिफिकेशन पूरा होगा।
क्या कहता है UIDAI का बयान
UIDAI के अधिकारियों का कहना है कि इस नई सुविधा से लोगों को जहां आसानी होगी, वहीं उनकी व्यक्तिगत जानकारी भी सुरक्षित रहेगी। पहले कई बार ऐसा होता था कि होटल या दुकान में दी गई आधार की फोटोकॉपी का गलत इस्तेमाल हो जाता था। अब यह खतरा खत्म हो जाएगा, क्योंकि पहचान की पुष्टि केवल यूज़र के चेहरे के जरिए होगी, जो कि OTP से भी अधिक सुरक्षित माना जा रहा है।
नागरिकों की गोपनीयता को मिलेगी सुरक्षा
भारत में लाखों लोग रोजाना अपने आधार कार्ड की फोटोकॉपी विभिन्न स्थानों पर जमा करते हैं, जिससे उनकी पहचान और व्यक्तिगत डेटा लीक होने का खतरा बढ़ जाता है। नया फेस ऑथेंटिकेशन सिस्टम इस खतरे को न्यूनतम कर देगा। इससे न केवल गोपनीयता को बल मिलेगा, बल्कि आधार सिस्टम की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।
किन सेवाओं में मिलेगा फायदा
यह नई प्रणाली खासतौर पर होटल चेक-इन, मोबाइल सिम खरीदने, बैंकिंग सेवाएं लेने, रेंटल एग्रीमेंट कराने, सरकारी योजनाओं के आवेदन और कई अन्य सेवाओं में बेहद लाभकारी साबित होगी। इसके अलावा, बिज़नेस ओनर्स को भी अब ग्राहक से आधार कॉपी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे वे भी डेटा स्टोरेज और साइबर सिक्योरिटी से जुड़े झंझट से बच सकेंगे।
ऐप कैसे करेगा काम?
Aadhaar FaceRD App को UIDAI के पोर्टल या प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप में यूज़र को अपना पंजीकरण करना होता है, जिसके बाद उसका चेहरा UIDAI के डाटाबेस से लिंक हो जाता है। जब भी किसी सेवा में पहचान की जरूरत होती है, ऐप उस व्यक्ति का चेहरा स्कैन करता है और सर्वर से मिलान करता है। यह पूरा प्रोसेस कुछ ही सेकेंड में पूरा हो जाता है।
आधार कार्ड का बढ़ता डिजिटल उपयोग
आधार अब केवल एक पहचान पत्र नहीं रह गया है, बल्कि डिजिटल इंडिया के तहत यह एक डिजिटल पहचान का रूप ले चुका है। सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल वेरिफिकेशन, बैंक खातों की KYC, मोबाइल नंबर लिंकिंग, राशन और सब्सिडी योजनाओं में आधार को अनिवार्य किया है। नया फेस ऑथेंटिकेशन सिस्टम इस कड़ी में एक नया अध्याय जोड़ता है।
ऐप से जुड़े सुरक्षा उपाय
UIDAI ने स्पष्ट किया है कि ऐप में यूज़र का चेहरा और डाटा पूरी तरह एन्क्रिप्टेड होता है और यह केवल वेरिफिकेशन के समय ही उपयोग किया जाता है। इसके अलावा किसी भी प्रकार की जानकारी न तो स्टोर की जाती है और न ही साझा की जाती है। UIDAI ने यह भी कहा है कि फेस ऑथेंटिकेशन के सभी ट्रांजैक्शन लॉग किए जाएंगे ताकि यदि किसी प्रकार की शिकायत हो तो जांच की जा सके।