Olympus Mons: दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट है. समुद्र से इसकी ऊंचाई 8848 मीटर है. लेकिन, आज हम जिस पहाड़ के बारे में बात करने जा रहे है वो एवरेस्ट से करीब ढाई गुना ऊंचा है. ओलंपस मॉन्स (Olympus Mons) एक बहुत बड़ा ज्वालामुखी पहाड़ है. यह करीब 22 किलोमीटर ऊंचा है. इस पहाड़ का निर्माण अमेजोनियन काल के दौरान हुआ था. इसका निर्माण ज्वालामुखी विस्फोट से निकले लावे से हुआ था.
सोलर सिस्टम का सबसे ऊंचा पहाड़
ओलंपस मॉन्स न सिर्फ हिमालय पर्वतमाला के माउंट एवरेस्ट से ऊंचा है. बल्कि, सोलर सिस्टम में अभी तक के खोजे गये किसी भी पहाड़ से इसकी ऊंचाई अधिक है. ऐसे में यह हमारे सौरमंडल का अभी तक का ज्ञात सबसे बड़ा पहाड़ है.
कहां है ओलंपस मॉन्स पर्वत
ओलंपस मॉन्स मंगल ग्रह में है. यह मंगल ग्रह के बड़े ज्वालामुखियों में से सबसे कम उम्र का है. इसका निर्माण अमेजोनियन काल के दौरान हुआ था. इस पर्वत का जिक्र लैटिन खगोलविदों ने 11वीं शताब्दी में पहले पहल किया था. इसके बाद नासा के भेजे गये अंतरिक्ष अभियानों ने इसकी काफी पड़ताल की. दुनिया भर के वैज्ञानिक इसकी अधिक से अधिक जानकारी जुटाने में लगे हैं.

कभी ओलंपस मॉन्स के चारों ओर था पानी ही पानी
नासा और ईएसए के वैज्ञानिकों का मानना है कि कभी मंगल ग्रह में प्रचुर मात्रा में पानी था. वैज्ञानिकों का यह भी दावा है कि मंगल की जमीन के नीचे बर्फ के रूप में करोड़ो गैलन पानी है. शोधकर्ताओं ने मंगल ग्रह पर मौजूद ओलंपस मॉन्स की तस्वीरों के विश्लेषण से जो नतीजे निकाले हैं उससे भी इस बात को जोर मिलता है कि करोड़ों साल पहले मंगल में धरती की तरह ही महासागर थे.
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