

मेरठ :प्रेमी साहिल के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्याकर शव के टुकड़े करने वाली मुस्कान गर्भवती है। इसकी पुष्टि होने के बाद जिला कारागार प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुस्कान के परिवार का कोई भी अभी तक उससे मिलने या मदद के लिए आगे नहीं आया है। ऐसे में जेल प्रशासन खुद मुस्कान के प्रारंभिक उपचार की व्यवस्था में जुट गया है। इसके लिए सीएमओ और एसआईसी मेडिकल को पत्र लिखा गया है। फिलहाल सबसे पहले मुस्कान का अल्ट्रासाउंड कराया जाएगा। इसके लिए जेल अधीक्षक ने लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों को पत्र लिखकर अल्ट्रासाउंड की तिथि मांगी है। उम्मीद है कि सोमवार को मुस्कान का अल्ट्रासाउंड हो सकता है।
तीन मार्च को मुस्कान ने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर दी थी। फिर उसके शव के टुकड़े कर प्लास्टिक के ड्रम में डालकर सीमेंट का घोल भर दिया था। 17 मार्च को हत्याकांड का खुलासा हुआ। 18 मार्च को मुस्कान के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके प्रेमी साहिल को भी गिरफ्तार कर लिया। 19 मार्च को दोनों को कोर्ट ने जेल भेज दिया था।
पांच अप्रैल को बिगड़ी मुस्कान की सेहत
पांच अप्रैल को मुस्कान की तबीयत खराब हुई। उसे उल्टी व चक्कर की शिकायत थी। जेल प्रशासन ने सीएमओ को पत्र लिखकर महिला चिकित्सक की मांग की। सात अप्रैल को गायनिक चिकित्सक ने मुस्कान का जेल के भीतर ही चेकअप किया, जिसमें वह गर्भवती निकली।
अल्ट्रासाउंड से स्पष्ट होगी स्थिति
मुस्कान के गर्भवती होने की पुष्टि के बाद जेल प्रशासन ने जेल मैन्युअल के तहत मिलने वाली सुविधाएं उसे मुहैया करानी शुरू कर दी हैं। अब उसका अल्ट्रासाउंड होगा, जिसमें बच्चे की स्थिति का पता चलेगा। इसके लिए चिकित्सक ने जेल प्रशासन से मुस्कान का अल्ट्रासाउंड कराने की मांग की है। जेल प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज के अफसरों को चिट्ठी लिखकर अल्ट्रासाउंड के लिए तारीख मांगी है।
पुलिस अफसरों से मांगी फोर्स
सौरभ की हत्या के बाद से मुस्कान और साहिल के परिवार वालों ने उनसे किनारा कर लिया है। आम लोगों में भी खासा गुस्सा है। ऐसे में जेल प्रशासन ने पुलिस अफसरों से फोर्स की मांग की है। इसकी एक वजह पेशी के दौरान कोर्ट के बाहर साहिल पर हुए हमले को भी माना जा रहा है। जेल अफसरों की मानें तो मुस्कान को कड़ी सुरक्षा में ही जेल से बाहर लाया जाएगा।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. वीरेश राज शर्मा के अनुसार मुस्कान का अल्ट्रासाउंड होना है, इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन को चिट्ठी लिखी है। जैसे ही तिथि निर्धारित हो जाएगी, उसे जेल से मेडिकल कॉलेज ले जाया जाएगा। सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस अधिकारियों से फोर्स मांगा गया है।