लड़कियों को तबेले में नचाया, मां के सामने बेटी के साथ दरिंदगी… आर्केस्ट्रा डांस का काला सच

Girls were made to dance in the stable, daughter was brutalized in front of her mother... the dark truth of orchestra danceGirls were made to dance in the stable, daughter was brutalized in front of her mother... the dark truth of orchestra dance

नई दिल्ली: साल 2021… अप्रैल का आखिरी सप्ताह। लोकेशन बिहार की राजधानी पटना। चिलचिलाती गर्मी के बीच दोपहर के 1 बजे आर्केस्ट्रा डांसर सपना का फोन घनघना उठा। नंबर अनजान नहीं था, इसलिए सपना ने बिना देरी किए कॉल उठा लिया। सामने से आर्केस्ट्रा ऑर्गेनाइजर सूरज बोला- कैसी हो सपना रानी?

लंबी सांस लेने के बाद सपना ने रूखेपन के साथ कहा- ठीक हूं। जवाब सुनते ही सूरज बोला- जहानाबाद में एक बड़ा डांस प्रोग्राम हाथ आया है। पैसे अच्छे मिलेंगे। 9 लड़कियों की डिमांड है। काम लंबा नहीं खिंचेगा। बस 2-3 घंटे नाचना है। अच्छे लोग हैं। डांस पसंद आया तो ऊपर से कुछ पैसे और देंगे।

सेफ्टी के मामले में तेरा रिकॉर्ड खराब है सूरज…
सपना के दिमाग में 6 महीने पहले की घटना दौड़ने लगी। ये खबर आप जस्ट अभी न्यूज़ में पढ़ रहे हैं। जब सूरज के कहने पर वह 4 लड़कियों के साथ जिला सराय गई थी।वहां लोगों ने लड़कियों के साथ इतनी छेड़छाड़ की कि उन्हें प्रोग्राम बीच में ही छोड़कर भागना पड़ा।एक मिनट तक चुप रहने के बाद सपना ने कहा- सेफ्टी के मामले में तेरा रिकॉर्ड खराब है सूरज।पिछली बार मुश्किल से हमने अपनी जान बचाई थी।

‘कसम खाता हूं इस बार गड़बड़ नहीं होगी’
सपना का जवाब सुनते ही सूरज बोला- इस बार ऐसा नहीं होगा सपना। मैंने सुरक्षा की सारी व्यवस्था कर ली है। वहां सेफ्टी के लिए बॉडीगार्ड होंगे। कोई छू भी न सकेगा। वो लोग तो लड़कियों को 3-3 हजार की जगह 4-4 हजार रुपये देने के लिए तैयार हैं। मैं कसम खाता हूं, इस बार कुछ भी गड़बड़ नहीं होगा।

‘अगर छेड़छाड़ हुई तो सोच लेना सूरज’
पिछले एक हफ्ते से कोई डांस प्रोग्राम नहीं आया था और सपना को अगले महीने मकान का किराया भी भरना था। इसलिए एक मिनट सोचने के बाद सपना तैयार हो गई। उसने धमकी भरे अंदाज में सूरज से फिर कहा- अगर कोई छेड़छाड़ हुई तो इस बार तू सोच लेना सूरज।

एक डांसर की मां भी लड़कियों के साथ गई
बड़ी गाड़ी में सवार होकर अगले दिन शाम 5 बजे सपना सहित 9 लड़कियां जहानाबाद के लिए रवाना हो गईं। इन 9 लड़कियों में से एक की मां भी उनके साथ गई। वो अपनी बेटी को किसी प्रोग्राम में अकेले नहीं जाने देती थीं। 6.30 बजे उनकी गाड़ी जहानाबाद जिले में प्रवेश कर गई और 7 बजे लड़कियां उस गांव में पहुंच गईं, जहां प्रोग्राम होना था।

तबेले के अंदर से निकले 15 लड़के और…
गांव गुजरने के बाद गाड़ी थोड़ा और आगे बढ़ गई। प्रोग्राम की लोकेशन सिर्फ ऑर्गेनाइजर सूरज को पता थी। वह गाड़ी उसी तरफ ले जा रहा था। करीब 10 मिनट तक कच्ची सड़क पर चलने के बाद गाड़ी एक तबेले के सामने जाकर रुक गई। प्रोग्राम के लिए वहां न तो कोई स्टेज था और न ही भीड़। लड़कियों को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि तभी तबेले के अंदर से करीब 15 लड़के बाहर निकले। उन्होंने लड़कियों के बैग अपने हाथ में ले लिए और सभी को अंदर चलने के लिए कहा।

जान से मारने की धमकी के बाद डांस किया शुरू
तबेले में पहुंचते ही लड़कों ने सामान एक टीन के कमरे में रख दिया और गाना बजाकर बीच तबेले में लड़कियों से नाचने के लिए कहने लगे। अचानक हुई इस घटना से लड़कियां डर गईं और रोने लगीं। डांस प्रोग्राम फैल होता देख लड़के गुस्सा हो गए और जान से मारने की धमकी देने लगे। डरी-सहमी लड़कियों ने नाचना शुरू कर दिया।

कोई टॉप उतारने के लिए कहने लगा तो कोई स्कर्ट
जैसे-जैसे डांस आगे बढ़ने लगा, लड़कों की छेड़खानी शुरू हो गई। कोई टॉप उतारने के लिए कहने लगा तो कोई स्कर्ट। लड़कियों को समझ नहीं आ रहा था कि ऐसी कंडीशन में वो क्या करें? बेबस लड़कियों ने गुस्से में ऑर्गेनाइजर सूरज को पीटना शुरू कर दिया। लड़कियों ने उससे कहा कि तूने क्या हमें यहां कपड़े उतरवाने के लिए बुलवाया है?

लड़कों से पिटने के बाद रोने लगीं लड़कियां
लड़कों ने सूरज को छुड़ाया और गुस्से में लड़कियों को ही मारने लगे। उनमें से एक लड़के ने खींचकर सपना का टॉप फाड़ दिया। लड़कों के भारी भरकम हाथों से पीटने के बाद लड़कियां रोने लगीं। वो बोलीं- हमें मारो मत, आप लोग जो भी बोलोगे हम सब करेंगे। इस बीच 2 लड़के उस लड़की को उठाकर तबेले के पीछे ले गए, जो अपनी मम्मी के साथ आई थी। उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया। डर के कारण सब लड़कियां थर-थर कांपने लगीं। लड़की की मम्मी लड़कों के पैरों पर गिरकर बेटी छोड़ने की भीख मांगती रहीं। लेकिन वो नहीं रुके।

तैयार होने के लिए लड़कों से मांगे आधे घंटे
दहशत के बीच डांसर सपना ने अपना दिमाग चलाया, उसने लड़कों से कहा कि वो अच्छे से डांस करके पूरा माहौल बना देंगी, लेकिन इससे पहले उन्हें तैयार होने के लिए आधे घंटे का समय दिया जाए। लड़के कुछ देर के लिए तबेले से बाहर चले गए और लड़कियों से अच्छी तरह तैयार होने के लिए कहा।

बैग तबेले में छोड़कर भागीं लड़कियां, जान बची
तबेले के ज्यादातर हिस्से सिर्फ प्लास्टिक से कवर किए गए थे। लड़कों के जाते ही सपना ने ड्राइवर को कॉल करके तबेले के पीछे की तरफ गाड़ी लाने के लिए कहा। ड्राइवर 5 मिनट के अंदर ही गाड़ी उस लोकेशन पर ले आया। लड़कियों ने तबेले के पिछले हिस्से की पन्नी फाड़ी और आनन-फानन में गाड़ी में सवार हो गईं। इस बीच 3 लड़कियों ने दुष्कर्म पीड़िता को किसी तरह उठाकर गाड़ी में बैठाया। लड़कियों का पूरा सामान (सभी बैग) वहीं छूट गए।

गाड़ी पर किया पथराव, 3 लड़कियों का सिर फूटा
गाड़ी में सवार होकर भागती लड़कियों को एक लड़के ने देख लिया। उसने शोर मचाकर बाकी लड़कों को भी बुला लिया। लड़के गाड़ी के सामने आकर उसे रोकने की कोशिश करने लगे, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी। गाड़ी न रुकती देख लड़कों ने पथराव शुरू कर दिया। गाड़ी के सभी कांच टूट गए। कुछ पत्थर लड़कियों को भी लगे। 3 लड़कियों का सिर फूट गया। जैसे-तैसे ड्राइवर गाड़ी लेकर पटना पहुंचा। यहां लड़कियों ने ऑर्गेनाइजर सूरज को एक बार फिर पीटना शुरू कर दिया। लेकिन वो उनके बीच से भाग निकला।

पुलिस वाले तो नचनिया कहकर भगा देते
पुलिस के पास जाने के बारे में पूछने पर सपना कहती है- पुलिस के पास जाने का सवाल ही नहीं है। हम जाते भी तो वो हमें ‘नचनिया’ कहकर भगा देते। आज घटना को 4 साल हो गए। डर आज भी बना रहता है। लेकिन क्या करें, पेट पालने के लिए रिस्क लेकर सब जगह जाते हैं। हमें पता है कि कुछ हो गया तो हमारे बारे में कोई नहीं पूछने वाला।

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