बिहार के समस्तीपुर से विवाहित गर्भवती महिला को घर से निकालने का एक शर्मिंदगी भरा मामला सामने आया है. यहां एक गर्भवती महिला को ससुराल वालों ने निकाल दिया. अब वो न्यान पाने के लिए पुलिस थाने के चक्कर लगा रही है. मामला दहेज उत्पीड़न और जातीय भेदभाव से जुड़ा है. महिला का नाम रंगीला कुमार है, महिला मुजफ्फरपुर की रहने वाली है.
दरअसल, महिला समस्तीपुर में अपनी मौसी के यहां 12वीं की पढ़ाई कर रही थी. इसी दैरान कोचिंग में वो आनंद नाम के लड़के से मिली. फिर दोनों के बीच अफेयर हो गया. फिर क्या था दोनों ने पिछले साल 13 अक्टूबर मुक्तेश्वर नाथ मंदिर विवाह रचा लिया. विवाह के बाद दोनों हरियाणा चले गए. हरियाणा में आनंद मजदूरी करने लगा, लेकिन 6 महाने बाद दोनों घर लौटकर आ गए.
ससुराल वालों ने की दहेज की डिमांड
इसके बाद परिवार वालों ने कोर्ट में दोनों का फिर विवाह करा दिया. महिला को ससुराल में रहते सिर्फ 14 दिन ही हुए थे कि उसके साथ उसके ससुराल वालों ने जातिगत आधार पर भेदभाव करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं ससुराल वालों ने महिला से दहेज के रूप में पांच लाख रुपयों की डिमांड की. महिला के साथ मारपीट भी की. महिला को तीन महीने की गर्भावस्था की हालात में 7 फरवरी 2025 ससुराल वालों ने ससुराल से निकाल दिया.
न्याय के लिए थाने का चक्कर काट रही महिला
खानपुर थाना, पुलिस अधीक्षक और कल्याणपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को शिकायती आवेदनदिया है. महिला फरवरी से ही थाने के चक्कर काट रही है. उसको के चक्कर काटते-काटते दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक उसकी एफआईआर पुलिस से दर्ज नहीं की है.
खानपुर थाना अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. ये मामला लव मैरिज का है. कुछ आपसी विवाद हुआ, जिसकी वजह से लड़की के ससुराल वालों ने उसे निकाल दिया. उन्होंने कहा कि जल्द ही एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
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