
पानी में कई तरह की मछलियां होती हैं। कुछ खूंखार शिकारी तो कुछ सुंदर। खतरनाक मछलियों में से ही एक है ईल मछली। जिसे इलेक्ट्रिक मछली भी कहते हैं। इस मछली को छूते ही पूरे शरीर में करंट दौड़ जाता है। हाल ही इसी मछली का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसे देखने वाले देखकर दांतों तले अपनी उंगली दबा ली। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स को ईल मछली को छूने की कोशिश बहुत ही भारी पड़ी। जैसे ही उसने मछली को छुआ वैसे ही उसे बिजली का ऐसा झटका लगा कि वह नदी में ही चारों खाने चित्त हो गया।
मछली को छूते ही लगा जोर का करंट
में आप देख सकते हैं कि एक शख्स जाल में ईल मछली को फंसाए खड़ा है। वह मछली को हाथ लगाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। इसलिए वह उसे लिए चुपचाप खड़ा है और उसे निहार रहा है। ऐसे में एक अन्य व्यक्ति नदीं में दौड़ते हुए तेजी से उस शख्स की तरफ आता है और जाल में फंसी मछली को बेझिझक पकड़ लेता है। जैसे ही वह व्यक्ति मछली को हाथ लगाता है, वैसे ही उसे बिजली का एक तेज झटका लगता है और वह नदीं में ही चारों खाने चित्त हो जाता है। उस बिजली के झटके की तीव्रता इतनी तेज थी कि शख्स तुरंत पानी में ही लोट जाता है। ऐसा लगा जैसे वह थोड़ी देर के लिए बेहोश हो गया हो।
शरीर में बिजली पैदा करने की अनोखी क्षमता के लिए जानी जाती है ये मछली
बता दें कि ईल मछली, जिसे इलेक्ट्रिक ईल के नाम से भी जाना जाता है, वह अपने शरीर में बिजली पैदा करने की अनोखी क्षमता के लिए जानी जाती है। ये मछली बेहद ही खतरनाक होती है। इस मछली को जरा भी अपने आस-पास खतरा महसूस होता है तो वह पानी में ही 600 से 860 वोल्ट तक का करंट छोड़ती है। जो किसी इंसान को बेहोश करने के लिए काफी है। वैज्ञानिकों के अनुसार, ईल मछली अपने शरीर में मौजूद विशेष कोशिकाओं के जरिए अपने शरीर से बिजली उतपन्न करती है। इन कोशिकाओं को इलेक्ट्रोसाइट्स कहते हैं। इस मछली का करंट शिकार को पकड़ने या खुद को अपने दुश्मनों से बचने के लिए इस्तेमाल होता है। इस वायरल वीडियो में भी आप यही होता हुआ देखेंगे, जब शख्स ने मछली को छूने की कोशिश की, तो उसने अपनी बचाव में तुरंत करंट छोड़ दिया।
इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है। जिसे अब तक लाखों लोगों ने देखा और हजारों ने इसे लाइक किया है।
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट पर आधारित है। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।