अमेरिका के पूर्व सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी की हत्या किसने की, जारी हुआ 10 हजार पन्नों का रिकॉर्ड

वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी की हत्या अब भी रहस्य बनी हुई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में आते ही रॉबर्ट कैनेडी की हत्या से संबंधित दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का वादा किया था। बता दें कि अमेरिका के पूर्व सीनेटर कैनीडी की हत्या 1968 में हुई थी, जिसका अब तक कोई खुलासा नहीं हो सका। मगर अब ट्रंप प्रशासन ने कैनेडी की हत्या से संबंधित लगभग 10,000 पृष्ठों के रिकॉर्ड शुक्रवार को जारी किया है।

इस प्रकार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के अनुसार राष्ट्रीय रहस्यों के खुलासे का सिलसिला जारी है। अमेरिकी राष्ट्रीय अभिलेखागार एवं अभिलेख प्रशासन ने अपनी सार्वजनिक वेबसाइट पर इन पृष्ठों से संबंधित लगभग 229 फाइल पोस्ट की हैं। सीनेटर की हत्या से जुड़ी कई फाइल पहले ही जारी कर दी गई थीं, लेकिन अन्य का डिजिटलीकरण नहीं किया गया था और संघीय सरकार द्वारा बनाए गए संग्रह प्रतिष्ठानों में दशकों तक रखा गया।

तुलसी गाबार्ड ने कही बड़ी बात
कैनेडी की हत्या से संबंधित फाइलों के सार्वजनिक होने के बाद राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गाबार्ड ने एक बयान में कहा, ‘‘सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी की दुखद हत्या के लगभग 60 साल बाद अमेरिकी लोगों को पहली बार राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में संघीय सरकार की जांच की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा।’’ गाबार्ड ने यह भी कहा कि फाइलों का सार्वजनिक होना ‘‘लंबे समय से प्रतीक्षित सत्य पर प्रकाश डालता है।’’ रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप ने पारदर्शिता के नाम पर बड़े लोगों की हत्याओं और जांच से संबंधित दस्तावेजों को जारी करने का समर्थन किया है। ये खबर आप जस्ट अभी न्यूज़ में पढ़ रहे हैं।

रहस्यों से उठेगा पर्दा
गाबार्ड ने कहा कि एक समय छिपाकर रखी गईं फाइलों को ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी किए जाने से सीआईए और एफबीआई जैसी संस्थाओं के निष्कर्षों और कार्यों के बारे में अतिरिक्त सार्वजनिक जांच और पूछताछ का द्वार खुल गया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के न्यूयॉर्क से सीनेटर के बेटे एवं अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा सचिव रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने फाइल जारी करने के लिए ट्रंप और गबार्ड के ‘‘साहस’’ तथा ‘‘दृढ़ प्रयासों’’ की सराहना की। स्वास्थ्य सचिव ने एक बयान में कहा, ‘‘आरएफके दस्तावेजों से पर्दा हटाना अमेरिका सरकार के प्रति विश्वास बहाल करने की दिशा में एक आवश्यक कदम है।

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