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हरियाणा के सिरसा में स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा (सीडीएलयू) के पंजाबी विभाग द्वारा 3 दिवसीय शैक्षणिक यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में विभाग की अध्यक्ष प्रो. रणजीत कौर के साथ साहयक प्रोफेसर गुरसाहिब सिंह, डॉ चरणजीत कौर तथा डॉ हरदेव सिंह ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
शैक्षणिक यात्रा के दौरान प्रतिभागियों ने हिमाचल प्रदेश एवं पंजाब के विभिन्न ऐतिहासिक, धार्मिक एवं प्राकृतिक स्थलों का भ्रमण किया।मुख्य रूप से डलहौज़ी, खज्जियार , अमृतसर स्थित श्री हरिमंदिर साहिब, माता पोलानी मंदिर तथा भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित प्रसिद्ध वाघा बॉर्डर शामिल रहे। ये खबर आप जस्ट अभी न्यूज़ में पढ़ रहे हैं। वाघा बॉर्डर पर हुए बीटिंग रिट्रीट समारोह ने विद्यार्थियों में देशभक्ति की भावना को प्रबल किया।।
यात्रा के दौरान विद्यार्थियों ने प्राकृतिक स्थलों का अवलोकन कर पर्यावरणीय अनुभव प्राप्त किया। साथ ही ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी भी प्राप्त की, जिससे उनका शैक्षणिक क्षितिज विस्तृत हुआ। डलहौज़ी में स्थित झीलों, नदियों और पर्वतीय सौंदर्य ने सभी को आकर्षित किया।
इस अवसर पर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय और डलहौज़ी पब्लिक स्कूल में शैक्षणिक गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं, जिनसे विद्यार्थियों को शैक्षणिक और सांस्कृतिक जानकारी मिली। विभाग की अध्यक्ष प्रो. रणजीत कौर ने कहा की विभाग समय-समय पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरसी राम बिश्नोई के दिशा निर्देशन में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करवाता रहता है। इस प्रकार की शैक्षणिक यात्राएँ विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करती हैं, जिससे वे कक्षा में अर्जित ज्ञान को वास्तविक जीवन में लागू करने में सक्षम बनते हैं।