
ये मसाला सब्जी दाल में तड़के का राजा है इसकी खेती किसानों के लिए बहुत लाभ की साबित होती है क्योकि इसकी मांग बाजार में सालभर खूब रहती है तो चलिए जानते है कौन से मसाले की खेती है।
300 रूपए किलो बिकता है ये सुगंधित बीज
इस खुशबूदार बीज की खेती बहुत ज्यादा मुनाफे वाली होती है क्योकि इसकी खेती में लागत कम और मुनाफा ज्यादा देखने को मिलता है। इस बीज की डिमांड बाजार में सालभर खूब अधिक मात्रा में होती है क्योकि इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा तड़के में होता है। आप इसकी खेती से बहुत ज्यादा जबरदस्त कमाई कर सकते है। ये बीज सेहत के लिए बहुत पौष्टिक होता है इसलिए इसकी बिक्री बाजार में काफी ज्यादा होती है। हम बात कर रहे है जीरे की खेती की तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे होती है।

जीरा बना किसानों के लिए हीरा
जीरे की खेती किसानों के लिए बहुत लाभ की होती है जीरे की खेती के लिए हल्की और दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। जीरे की खेती के लिए शुष्क और साधारण ठंडी जलवायु सबसे अच्छी होती है। इसकी बुवाई के लिए पहले खेत की जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में खाद डालनी चाहिए। इसकी बुवाई के लिए उन्नत किस्म के बीजों का चुनाव करना चाहिए। जीरे की खेती के लिए खेत से खरपतवार निकालकर साफ़ कर लेना चाहिए। जीरे की खेती में फव्वारा विधि से सिंचाई करनी चाहिए। बुवाई के बाद जीरे की फसल करीब 90 से 110 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
जीरे की खेती से बहुत ज्यादा तगड़ी कमाई होती है क्योकि जीरा बाजार में सबसे ज्यादा बिकता है बाजार में जीरे का भाव करीब 300 से 350 रूपए प्रति किलो तक होता है एक एकड़ में जीरे की खेती करने से करीब 10 से 12 क्विंटल तक पैदावार मिलती है। आप इसकी खेती से लगभग 3.5 से 4 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। । जीरे की खेती फायदे का सौदा साबित होती है इसलिए इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।