सिर्फ औरंगजेब के वक्‍त एकजुट था भारत, पाक मंत्री का विवादित बयान

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मंगलवार को एक साक्षात्कार में कहा कि भारत के साथ युद्ध के खतरे वास्तविक हैं। इस साक्षात्कार में उन्होंने एक बार फिर कई भड़काऊ बयान दिए। यह टिप्पणी भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी की उस चेतावनी के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता है तो भारतीय सेना इस बार कोई संयम नहीं रखेगी। समा टीवी के साथ एक साक्षात्कार में आसिफ ने भारत के इतिहास और संघर्ष के समय पाकिस्तान की ‘एकता’ के बारे में भी विचित्र दावे किए। उन्होंने कहा कि मैं तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन ख़तरे तो असली हैं, और मैं इससे इनकार नहीं कर रहा। अगर युद्ध की नौबत आई, तो ईश्वर की कृपा से हम पहले से बेहतर नतीजे हासिल करेंगे।

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रक्षा मंत्री ने तब दावा किया कि भारत कभी भी एक संयुक्त राष्ट्र नहीं रहा और हालाँकि पाकिस्तानी अपने देश में बहस और लड़ाई करते हैं, लेकिन नई दिल्ली के साथ संघर्ष के दौरान वे एकजुट हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि औरंगज़ेब के शासनकाल को छोड़कर, भारत कभी भी एक संयुक्त राष्ट्र नहीं रहा। पाकिस्तान अल्लाह के नाम पर बनाया गया था। अपने देश में हम बहस और प्रतिस्पर्धा करते हैं। भारत के साथ लड़ाई में हम एकजुट हो जाते हैं। आसिफ के नवीनतम भड़काऊ बयान उनके द्वारा पहले की गई टिप्पणियों की एक श्रृंखला के बाद आए हैं, जहां उन्होंने समा टीवी से कहा था कि भविष्य में किसी भी भारतीय आक्रामकता का पाकिस्तान की ओर से और भी बड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी। 

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आसिफ की टिप्पणी सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी की चेतावनी के जवाब में प्रतीत होती है, जिन्होंने पाकिस्तान को आगाह किया था कि यदि वह विश्व मानचित्र पर अपना अस्तित्व बनाए रखना चाहता है तो उसे आतंकवाद का समर्थन करना बंद करना होगा। जनरल द्विवेदी ने कहा भारत इस बार पूरी तरह तैयार है। हम ऑपरेशन सिंदूर 1.0 के दौरान दिखाए गए संयम को नहीं दिखाएंगे। इस बार कार्रवाई ऐसी होगी कि पाकिस्तान को सोचना पड़ेगा कि क्या वह भौगोलिक रूप से अस्तित्व में रहना चाहता है।

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