कोहरे का ‘रेड सिग्नल’:10 राज्यों के लिए मौसम विभाग की चेतावनी!


नई दिल्ली: उत्तर भारत में ठंड ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है. पहाड़ी इलाकों में जहां पानी बर्फ बन गया है, वहीं मैदानी इलाकों में कोहरे ने जिंदगी की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कल यानी 12 दिसंबर की सुबह के लिए एक गंभीर चेतावनी जारी की है. अगर आप कल सुबह किसी लंबी यात्रा पर निकलने की सोच रहे हैं, तो सावधान हो जाएं, क्योंकि देश के कई हिस्सों में ‘बहुत घना’ कोहरा छाए रहने की आशंका है.

यूपी में ‘बहुत घना’ कोहरा, 10 राज्यों में अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, 12 दिसंबर की सुबह उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए मुश्किल भरी हो सकती है. यहां ‘बहुत घना कोहरा’ (Very Dense Fog) छाए रहने की संभावना है, जिससे विजिबिलिटी जीरो तक जा सकती है. इसके अलावा, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा समेत नॉर्थ ईस्ट के राज्यों- असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी ‘घना कोहरा’ (Dense Fog) छाने का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे सुबह ड्राइविंग करते समय फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करें और बेहद सावधानी बरतें.

दिल्ली-एनसीआर में भी सर्दी का सितम बढ़ता जा रहा है. बुधवार की रात तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जिसके बाद न्यूनतम तापमान कई इलाकों में 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. आईएमडी का अनुमान है कि 11 से 13 दिसंबर के बीच दिन का तापमान 23-24 डिग्री और रात का पारा 8-9 डिग्री के बीच रहेगा. सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है.

सांसों पर संकट: ठंड के साथ प्रदूषण की मार
दिल्ली-एनसीआर के लोगों पर दोहरी मार पड़ रही है. एक तरफ कड़ाके की ठंड और दूसरी तरफ जहरीली हवा. तेज हवाओं की वजह से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में मामूली सुधार जरूर हुआ है, लेकिन हालात अभी भी ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बने हुए हैं.

गाजियाबाद: लोनी में AQI 375 और वसुंधरा में 319 दर्ज किया गया.
दिल्ली: बवाना में 335 और अशोक विहार में 332 AQI रहा.
नोएडा: सेक्टर-116 में एक्यूआई 332 दर्ज किया गया. हवा में मौजूद महीन कणों की वजह से लोगों को गले में खराश और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

गंगोत्री में जमा पानी, पिघलाकर पी रहे लोग
मैदानों से ज्यादा बुरा हाल पहाड़ों का है. उत्तराखंड के गंगोत्री नेशनल पार्क में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. गंगोत्री धाम, चीड़वासा और कनखू बैरियर जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान शून्य से इतना नीचे चला गया है कि पानी के स्रोत पूरी तरह जम गए हैं. वहां तैनात वनकर्मियों और स्थानीय ग्रामीणों को पीने और इस्तेमाल के लिए बर्फ को पिघलाकर पानी बनाना पड़ रहा है. ये खबर आप जस्ट अभी में पढ़ रहे हैं। इसके बावजूद वन विभाग की टीम मुस्तैदी से गश्त कर रही है और उन्होंने दुर्लभ जीवों की निगरानी के लिए ट्रैप कैमरे भी लगाए हैं.

पश्चिम बंगाल में सूखी ठंड
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के लिए भी अपडेट जारी किया है. अगले सात दिनों तक राज्य में मौसम शुष्क रहेगा. दार्जिलिंग में सबसे कम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मैदानी इलाकों में श्रीनिकेतन (बीरभूम) सबसे ठंडा रहा, जहां पारा 10 डिग्री तक गिर गया. कोलकाता में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री रहा और सुबह के समय हल्की धुंध छाने की संभावना जताई गई है.

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